May 7, 2024
When will Holika Dahan and Holi festival be celebrated

होलिका दहन और होली त्यौहार कब मनाया जाएगा- 2023 में होलिका दहन कब है 6 मार्च को या फिर 7 मार्च को इस बात को लेकर लोगों के अंदर काफी सारे सवाल उठ रहे हैं। इसका एकमात्र कारण यही है कि 2 दिन पूर्णिमा तिथि पड़ रही है। 6 और 7 मार्च दोनों ही दिन पूर्णिमा पड़ने की वजह से लोगों के अंदर सवाल उठा रहे हैं। हर कोई यही जानना चाहता है कि होलिका दहन और होली का त्यौहार सन 2023 में  किस दिन  देशवासियों के बीच मनाया जाएगा।

 

 होलिका दहन कब है

 

7 मार्च को भद्र का साया खत्म होने के बाद इसी दिन होलिका दहन  मनाया जाएगा। होलिका दहन के  शुभ मुहूर्त के बारे में बात करे तो इसका शुभ मुहूर्त  7 मार्च 2023 को शाम 6 बजकर 24 मिनट से आरंभ होगा और रात 8 बजकर 51 मिनट तक शुभ मुहूर्त रहेगा।

 

Holika Dahan and Holi

 

 होली के त्यौहार का शुभ मुहूर्त क्या है

 

होलिका दहन के बारे में तो आप को बता चुके हैं  लेकिन अब हम आपको बताने वाले हैं कि रंगों का त्योहार होली मार्च के महीने में  कब मनाया जाएगा। बताना चाहते हैं कि 8 मार्च को पूरे देश में होली का त्यौहार  मनाया जाएगा। होली के त्यौहार के अगर फायदे हैं  तो इसके नुकसान भी होते हैं। अगर आप इसके बारे में  कुछ जानना चाहते हैं तो हम आपके लिए महत्वपूर्ण जानकारी  जरूर लेकर आएंगे। इसके अलावा होली पर संदेश हमारी जानकारी में आप देख सकते हैं।

 

यह भी पढ़े-

भूल भुलैया 3 फिल्म

 

होलिका दहन पूजा सामग्री में क्या कुछ इस्तेमाल होता है

 

Holika Dahan and Holi

 

होलिका दहन पूजा हमारे देश में 1 अहम पूजा मानी जाती हैं और इस दिन से  हमें काफी कुछ सीखने को भी मिलता है। हम आपको बताने वाले हैं कि  होलिका दहन पूजा सामग्री में  क्या कुछ इस्तेमाल किया जाता है।

 

यहां पर एक लोटा जल, गाय के गोबर से बनी माला, अक्षत, गन्ध, पुष्प, माला, रोली, कच्चा सूत, गुड़, साबुत हल्दी, मूंग, बताशे, गुलाल, नारियल, गेंहू की बालियां इन सभी महत्वपूर्ण सामग्रियों का  होलिका दहन के समय  इस्तेमाल किया जाता हैं।

 

होलिका दहन 2023 विधि विधान

 

होलिका दहन के दिन जिस जगह पर होलिका जलाने के लिए लकड़ी इखट्टा की जाती है वहीं पर हमेशा पूजा करनी चाहिए। होलिका के लिए तैयार की गई लकड़ी को सफेद धागे या मोली से 3 या 7 बार  लपेटे। इसके बाद लकड़ी पर पवित्र जल कुमकुम और फूल छिड़ककर पूजा करें। पूजा पूरी होने के बाद शाम को होलिका जलाई जाती है।

 

यह भी पढ़े-

मोटे अनाज के बड़े फायदे

 

Holika Dahan and Holi

 

 होलिका दहन का त्यौहार क्यों मनाया जाता है

 

इस दिन भगवान विष्णु भक्त प्रहलाद की जीत के जश्न में  हर साल होलिका दहन का त्यौहार मनाया जाता है। यह पूजा हर एक इंसान को  अपने डर से लड़ने के लिए शक्ति देती है। अगर आप चाहे तो इस दिन अपने घर की सभी नकारात्मक शक्तियों को दूर कर सकते हैं।

 

 इस दिन क्या कुछ महत्वपूर्ण बातों का ध्यान रखना चाहिए

 

होलिका दहन के दिन गरीबों में अपने हिसाब से दान करना चाहिए। ऐसा करने से आपके घर की सभी परेशानियां दूर हो जाती है।

 

 होली का त्योहार

 

अगर हम होली के त्योहार के बारे में बात करें तो होलिका दहन के अगले दिन  हर एक हिंदुस्तानी के बीच में  रंगों का त्योहार होली मनाया जाता है। इस दिन सभी लोग एक दूसरे के गले मिलकर और एक दूसरे को रंग लगा कर होली की बधाइयां देते हैं।

 

 होली की हार्दिक शुभकामनाएं

 

बताना चाहते हैं कि होली सिर्फ एकमात्र त्यौहार नहीं है क्योंकि होली त्योहार से हमें  काफी कुछ सीखने को भी मिलता है। अगर आपको हमारी यह छोटी सी जानकारी  पसंद आई है तो जरूर शेयर करें। अगर आप होली के बारे में कुछ और महत्वपूर्ण जानकारियां जानते हैं तो  आप हमारे साथ में शेयर कर सकते हैं। आप सभी को होलिका दहन और रंगो के त्यौहार होली की  हार्दिक शुभकामनाएं।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *